नूतन ( उद्गार)
मन के भावों को जो कभी भी किसी भी रूप मे उद्धरत होते है .
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नुस्खे दादी नानी के
Tuesday, 31 December 2013
ओढ़ चुनर सितारों की निशा ये जाने को है ,
सुनहरी चादर तान नव विहान आने को है ।
स्वागत ! स्वागत ! स्वागत ! नव वर्ष स्वागत है ।
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